tag:blogger.com,1999:blog-8171167459084731099.post6486411864554551456..comments2023-11-02T03:04:29.373-07:00Comments on महाशक्ति समूह: सौ बरस के बूढे के रूप में याद किये जाने के विरुद्ध!!Pramendra Pratap Singhhttp://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-8171167459084731099.post-63424894396514673022007-11-11T12:40:00.000-08:002007-11-11T12:40:00.000-08:00आज के युग को फिर से एक भगत सिंह की जरुरत है, पर मे...आज के युग को फिर से एक भगत सिंह की जरुरत है, पर मेरे घर मे नहीं पडोस के घर मे....आपकी रचना ऐसा कहने वालों के मुंह पर एक करारा तमाचा है.... फिर से एक नयी क्रांति के शुरुआत के लिये बधाई....Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8171167459084731099.post-20356479061579391072007-11-09T03:54:00.000-08:002007-11-09T03:54:00.000-08:00waah!! ati sundar pratikriya hai..dhanyavaad prame...waah!! ati sundar pratikriya hai..<BR/><BR/>dhanyavaad pramendra ji..तेज़ धारhttps://www.blogger.com/profile/00938204724304517573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8171167459084731099.post-75115168589067995942007-11-09T03:18:00.000-08:002007-11-09T03:18:00.000-08:00आज आपकी लेखनी ने फिर साबित कर दिया है कि आपने लेखन...आज आपकी लेखनी ने फिर साबित कर दिया है कि आपने लेखन की अद्भुत क्षमता है और किसी भी विषय को आप काव्य में मोड़ सकते है। <BR/><BR/>आपने बहुत ही सार्थक विषय चुना था, निश्चित रूप से आपकी कविता भगत सिंह के दर्द को बताती है, आज भगत सिंह नही है किन्तु उनके विचार दम तोड़ते दिख रहे है आज उन्ही विचारों की अलख जलाने की जरूरत है। <BR/><BR/>बधाईPramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.com