तस्वीर का नजराना, और फिर उसमे डूब जाना............... कौन कहे उस खुदा से ये सब .................. की किसको मैंने पाया , और किसको है खोना ........... तुम नहीं तो क्या हुआ ये तस्वीर ही सही............. प्यार का एहसास और फिर वही कहानी.............. सुनाती है तेरी मेरी कहानी................. तस्वीर ही सही मेरी जिंदगी की जुबानी................... सुन लो सब ये बयाँ अब कैसे रही ये मोहब्बत के दास्तानी ...................
5 comments:
अखिर तस्वीर तो भी निष्ठुर थी,
अखिर तस्वीर भी तो उसकी थी।
मूक तस्वीर के आगे मेरी आस टूट गई,
याद मे जी रहा हूँ बस सांस तो टूट गई।।
bahut sunder panktiyan
tasveer kaise dil bahlaaye
बहुत सुंदर रचना, ओर चित्र भी सुंदर लगा
बहुत ही सुन्दर रचना लगी, भाव भी लाजवाब लगे ।
behatareen rachnaa shubhkamanayen
तस्वीर का नजराना, और फिर उसमे डूब जाना...............
कौन कहे उस खुदा से ये सब ..................
की किसको मैंने पाया , और किसको है खोना ...........
तुम नहीं तो क्या हुआ ये तस्वीर ही सही.............
प्यार का एहसास और फिर वही कहानी..............
सुनाती है तेरी मेरी कहानी.................
तस्वीर ही सही मेरी जिंदगी की जुबानी...................
सुन लो सब ये बयाँ अब कैसे रही ये मोहब्बत के दास्तानी ...................
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