11 April 2008
डाक्टर भगवान होता है परन्तु जब डाक्टर ही हैवान हो जाए तो?
कहते है कि डाक्टर भगवान होता है परन्तु जब डाक्टर ही हैवान हो जाए तो इसे मरीजो का दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है . जबलपुर शहर के शासकीय विक्टोरिया हॉस्पिटल मे बर्तमान मे एक वरिष्ट चिकित्सक एम्.एम्.अग्रवाल पदस्थ है जो मरीजो से अभद्र व्यवहार करते है और महोदय इस समय आर.एम्.ओ का कार्यभार भी संम्भाले हुए है और सोनोग्राफी का काम भी देख रहे है ये जनाब कभी सीट पर उपस्थित नही रहते है . मरीज इन्हे खोजने कभी आर.एम्.ओ ऑफिस तो कभी सोनोग्राफी रूम मे खोजते रहते है परन्तु ये महोदय अपनी मारुति वेन उठाकर ड्यूटी पीरियड मे कही भी फरार हो जाते है और सभी को धमकी देते रहते है कि जिस किसी से मेरी शिकायत करना हो तो कर दो . ये महोदय सोनोग्राफी रूम का दरवाजा बंद कर मरीजो से भारी रकम वसूलते है और रकम न मिलने की स्थिति मे मरीजो से अभद्र व्यवहार करते है . खेद का विषय है कि जबलपुर शहर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का ग्रह नगर है . मंत्री जी द्वारा शिकायत मिलने पर हॉस्पिटल का कई बार अचानक निरीक्षण भी किया गया है और हॉस्पिटल मे उन्होंने ख़ुद ढेरों अनियामितताये पाई है परन्तु हॉस्पिटल की व्यवस्था ऐसे चिकित्सकों के रहते सुधर नही पा रही है . ऐसे चिकित्सकों के कारण हॉस्पिटल मे आये दिन झगडे होते रहते है जो अखबारों की सुर्खियाँ मे छाए रहते है .
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
5 comments:
डाक्टर कलयुग के भगवान कहे जाते थे किन्तु यह बात उन्होने स्पष्ट कर दी कि कालयुग में केवल शैतान ही होते है।
कितनी शर्म की बात है
पूरा सरकारी तंत्र ही भ्रष्टाचार का शिकार हो गया है भाई.
तब तो मानना पड़ेगा की भगवान् किद्नीचोर होते हैं.
bhagvan bana shaitan
भई हमारे ब्लोग बाले ड्रा ओ को छोड कर ,आप किसी भी मेडिकल मे जाये वहा मुझे ड्रा तो नजर ही नही आते,आते हे तो ??? उन्हे ड्रा नही कहा जा सकता,
Post a Comment