आप सभी जानते हैं कि भारतीय लोकतंत्र/ गणतंत्र के दो सबसे मुख्य दिन होते हैं
गणतंतग दिवस और स्वतंत्रता दिवस
ये क्रमशः २६ जनवरी और१५ अगस्त को होते हैं....
इस दिन सारा भारत देश भक्ति के रंग में रंग जाता है...
सारे लोग अपनी देशभक्ति किस चीज़ से प्रदर्शित करते हैं:
भारतीय ध्वज़ (प्लास्टिक या कागज के) को साथ में लेकर, घरों पर लगा कर,
गाड़ियों के आगे लगा कर,बच्चों के हाथ में पकडा कर...
इसमें सबसे दुःख कि बात ये है कि शाम होते होते या उससे पहले ही ध्वज़ का बुरा हाल हो जाता है , और जो भारतीय ध्वज़ लोगों कि भारतीयता को प्रदर्शित कर रहा था (थोडी देर पहले ), वो कुदे के ढेर पर, नालियों, गटर में जीर्ण-शीर्ण हालत में पाया जाता है...
क्या ये राष्ट्रीयता और राष्ट्रीय ध्वज़ का सम्मान है ?
क्या हम देशभक्त हैं?
1 comment:
मित्र आपे सही प्रश्न उठाया है, आज जिस राष्ट्र धर्म को नमन करते है शाम होते होते उसे पैरों से भी कुचलते है। जिस ध्वज का सम्मान किया फिर उसका अपमान किया जाना कहॉं तक सही है ? चाहे वह अंजाने में ही क्यो न हुआ हो।
हमें अपने ध्वज की मर्यादा बनाऐं रखना चाहिए, और देश के प्रति सम्मान बनाऐ रखना चाहिऐं।
आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभ कामनाऐं
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