विवेक सिंह ने वापसी पोस्ट बनाम चर्चा में
मित्र प्रशान्त के बारे में विवरण दर्ज किया जिनके पैर में फ़िर से चोट लग गयी .........
व्यवहारिक तौर पर किसी के लिए यह खबर....गैरज़रूरी हो सकती है किन्तु मुझे भाई
विवेक का आध्यात्मिक-भावुक चेहरा नज़र आ रहा है
इस दौर में ऐसे लोग जो आत्म केन्द्रित न होकर सर्वे सुखिन: भवन्तु ..
का बिरवा रोप रहें हों उनको आदर देना मेरा दायित्व है
3 comments:
भाई विवेक जल्द से जल्द ठीक हो अपने कार्य में सक्रिय हो ऐसी शुभ कामनाऍं है।
विवेक भाई आपका बेसब्री से इंतजार है ।
lout aae chalo achchhaa hua tankee
wala kissa khatam
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