04 June 2008

समर्थ गुरू रामदास का अभिमत

"धैर्य रखो, देखो घबराओं मत, हिम्‍मत से काम लो। समय को देखकर बर्ताव करो। मन से सारे भय को निकाल दो।" 

2 comments:

Udan Tashtari said...

आभार इस ज्ञान पोस्ट के लिए.

जय गुरुदेव.

समयचक्र said...

बहुत सुंदर उपदेश धन्यवाद