16 December 2007

मोदी का भूत

आज के दौर में मोदी का भूत प्रधानमंत्री को भी दिखने लग गया है। भूत की बात से यह याद आया कि जब भारतीय दौरे पर आस्‍ट्रेलिया टीम आई थी और शेन वर्न की तेन्‍दुलकर ने जमकर पीटाई की थी तो शेन को भी सपने में तेन्‍दुलकर नज़र आने लगे थे। मोदी के भूत के भय से आज सोनिया, राहुल, काग्रेस समेत प्रधानमंत्री भी भय ग्रस्‍त है।

हाल के चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री को भी अपने कद के आगे मोदी का कद भारी दिखने लगा था। और यह जायज भी था क्‍येाकि जो व्‍यक्ति प्रत्‍यक्ष राष्‍ट्रवाद की बात करता है उसका कद अपने आप ही बढ़ जाता है। राष्‍ट्रवाद में किसी एक मजहब की बात नही होती है अपितु राष्‍ट्रवाद में समग्र राष्‍ट्र का चिंतन निहित रहता है। यही कारण है कि आज मोदी को न सिर्फ हिन्‍दुओं का अपितु देश के समस्‍त राष्‍ट्रवादी जनता का हाथ मोदी के साथ है। जो व्‍यक्ति या नेता देश की भावनाओं के साथ जुड़ कर काम करता है लोग उसे सिर आखों पर बैठाते है। यह हमें लाल बहादुर शास्‍त्री और रथयात्रा के दौरान लाल कृष्‍ण आडवानी के साथ देखने को मिलती है।

http://narendramodi.in/gallery/wallpaper/n10.jpg

प्रधानमंत्री का यह बयान की मोदी से भाजपा डर गई है। यह बताता है कि मोदी को प्रधानमंत्री एक बड़ा नेता मान चुके है। अगर मोदी का कद बढ़ता है तो इससे भाजपा को खुशी ही होगी कि पार्टी का एक कार्यकर्ता पार्टी के कद से उपर हो गया है। अगर किसी संगठन से सम्‍बन्‍ध कोई व्‍यक्ति बड़ा हो जाता है तो संगठन अपने आप बड़ा हो जाता है। प्रधानमंत्री का यह बयान निश्चित रूप से भाजपा का सीना चौड़ा करने वाला है।

वैसे गुजरात में भगवा लहराने का समय है, और वह लहरायेगा भी, इसमें कोई दो राय नही है, क्‍योकि हाल में का्ग्रेस के महासचिव राहुल गांधी के दो अलग अलग जगहो पर दिये गये 5 दिन के अन्‍तर पर एक ही भाषण सुनने को मिला जिसे पता चलता है कि काग्रेज बेमन से इस चुनाव में लगी है। क्‍योकि उसे परिणाम पता है। कांग्रेस का यह कहना कि यह गुजराज का विकास केन्‍द्र के दिये पैसो से हुआ है तो वह अपने 13 राज्‍यों की सरकार से क्‍यो‍ नही पूछती कि वह विकास उनके राज्‍य में क्‍यो नही हुआ? सत्‍ता चालना और सत्‍ता भोगना दोनो अलग अलग चीजे है। मोदी ने सत्‍ता पर राज किया है जबकि अन्‍यों ने सता का भोग किया है।

7 comments:

तेज़ धार said...

कांग्रेस ने अपने मौत के सौदागर वाले बयान से ५ से ज्यादा बाद पलती.

अभिषेक मनु सिंघवी तो अपने बयान से दो दिन मे दो बार पलटे.

एक दिन को कहा की मोदी के कहा गया है , अगले दिन एक चैनल पे बोलते दिखे की पूरे भाषण में मोदी का नाम ही कहाँ आया है??

अच्छा प्रयास,

प्रमेन्द्र जी आप बधाई के पात्र हैं.

Arun Arora said...

पलटने पर काग्रेस का पेटेंट है इस पर कोई सवाल नही उटा सकते आप लोग

Sagar Chand Nahar said...

वैसे भी जहाँ जहाँ राहुल ने प्रचार किया वहाँ काँग्रेस की लुटिया डूबी ही है, अब गुजरात में भी डूबेगी। चैनलों ने तो मोदी की जीत स्वीकार भी कर ली है।

Anonymous said...

No comments is the best comments....aap samjh rahe hai na mahasakti ji....ha ha ha ha :)

MEDIA GURU said...

kuchh logo ko blog per dekh kar bhoot sawar ho gaya hoga.

MEDIA GURU said...

kuchh logo ko blog per dekh kar bhoot sawar ho gaya hoga.

Anonymous said...

सही रास्‍ते पर जा रहे हो