में बहुत सालों से इस मुहुर्त को ढूंढ रहा था। पर अमावस्या होती तो भौमवती अमावस्या नहीं होती थी। भौमवती अमावस्या होती तो चन्द्रमा शतभिषा नक्षत्र पर नहीं होता था।
परन्तु अब दिनांक 24.02.2009 मंगलवार की जो अमावस्या है वो भौमवती अमावस्या है तथा चन्द्रमा भी शतभिषा नक्षत्र पर है। अतः इस दिन आधी रात में श्री दुर्गाष्टोतरशतनाम स्तोत्र को लिखकर उसका पाठ करें। यह स्तोत्र श्री गीताप्रेस गोरखपुर की दुर्गा सप्तशती के पेज ८-१२ पर दिया है या निम्न लिन्क से दुर्गा सप्तशती डाउनलोड कर लेवें।
मूल लेखक : MAHESH CHANDER KAUSHIK
5 comments:
प्रणाम, में इस लेख के प्रकाशन के लिए महाशक्ति समूह का आभारी हुं।
धन्यवाद,
बहुत बढ़िया जानकारी दी है आभार.
chaliye sampatishali banane ke liye maata ki aaradhana karatein hai
jankari ke liye thanks. fir milengen narayan narayan
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