19 May 2009

डूबेजी

डूबेजी: की नज़र में वाकई वे सभी घटनाएं हैं जो कल घट सकतीं हैं । पेशे से मेडिकल प्रतिनिधि की सोच में कोई ग़लत फहमीं नहीं होती । जबलपुर नई-दुनिया के कार्टूनिष्ट राजेश दुबे अब सिर्फ़ कार्टूनिष्ट हैं मेडिकल-रिप्रैज़ेंटेटिव नहीं । समय और वादे के पक्के दुबे जी सच सहज और सौम्य हैं मसखरे होते हैं उनके कार्टून

6 comments:

संगीता पुरी said...

बहुत बढिया .. सही कहा है।

Udan Tashtari said...

डूबे जी प्रतिभावान व्यक्ति हैं, हम तो उनके कायल हैं.

Girish Billore Mukul said...

shukriya
sameer ji sangeetaa ji

Girish Billore Mukul said...

shukriya
sameer ji sangeetaa ji

Girish Billore Mukul said...

shukriya
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Girish Billore Mukul said...

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