आज नये साल की नई शुरूआत है। आप लोग विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम तैयार किये होंगे। कल की रात धूम-धड़ाके के साथ बिताने के बाद फिर से नई ताजगी का अनुभव कर रहे है। अगर मस्ती के साथ-साथ कुछ जानकारी हो जाये तो क्या बात हैं! तो चलिए जानते है न्यू ईयर सेलिब्रेशन के बारे में जो अनेक देशों में किस प्रकार मनाते है।
न्यू ईयर सेलिब्रेशन की शुरूआत बेबीलोन में लगभग चार हजार साल पहले हुयी थी। पुराने समय में बेबीलोन में नये साल का आगमन बसंत के बाद निकलने वाले चंद्रमा के समय से माना जाता था। वसंत को बेबीलोन में 'वर्नल एक्यूनिक्स' कहा जाता है। स्प्रिंग के बाद नया साल इसलिए माना जाता है, क्योंकि इसी ऋतु के बाद दोबारा सभी ऋतुएं शुरू होती है, नई फसल उगती है और चारों ओर रंग-बिरंगे फूल खिलते है। यहां पर न्यू ईयर सेलिब्रेशन ग्यारह दिनों तक चलता है। इसके बाद रोम के राजा जूलियस सीजर ने ही नये कैलेंडर को भी बनाया था, जिसमें वर्ष को बारह महीनों में बांटा था, जिसमें साल की शुरूआत जनवरी महीने से होती थी। इसी के अनुसार एक जनवरी को ही नया साल माना जाने लगा, जो आज तक ज्यादातर देशों में प्रचलित है।
पश्चिमी देशों जैसे ब्राजील, वेनेजुएला, फिलीपींस, अर्जेटाइना, यूके, यूएस आदि देशों में 31 दिसम्बर की रात से पहली जनवरी तक न्यू ईयर सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन यहां छुट्टी भी होती है अगर नए साल के इस पहले दिन शनिवार या रविवार होता है, तो इससे एक दिन पहले ही छुट्टी की घोषणा कर दी जाती है।
नये साल को मनाने का अंदाज चीन में साल का पहला चंद्रमा जब निकलता है, तभी से नया साल माना जाता है, जिसे 'यूआन टेन' कहा जाता है यह 21 जनवरी से 21 फरवरी के बीच कभी भी पड़ सकता है। इस दिन छुट्टी होती है। यहा न्यू ईयर पर खूब पटाखे चलाने के साथ ही कई जगहों पर परेड या स्ट्रीट प्रॉसेशंस आदि का आयोजन भी किया जाता है।
वियतनाम में भी चीन की तरह ही नया साल मनाया जाता है। यहां भी नये साल की शुरूआत चंद्रमा के निकलने से ही होती हैं। चीन के लोग मानते है कि इस दिन चलाए जाने वाले पटाखों से डरकर बुराइंया भाग जाती है। कई बार ये लोग अपने घर के खिड़की व दरवाजों को पेपर से सील कर देते हैं ताकि डरकर भाग रही बुराइयां कहीं घर में प्रवेश न कर जायें।
भारतीय या हिंदू नववर्ष तो दीपावली के दो दिन बाद से ही शुरू हो जाता है। इस तरह यह अधिकतर नवंबर में ही पड़ता है। हां, एक जनवरी को न्यू ईयर इसलिए मनाया जाता है क्योंकि जनवरी से दिसम्बर वाला कैलेंडर ही ज्यादातर देशों में मान्य है, जैसे इंग्लिश लैंग्वेज को इंटरनेशनल कहा गया है, वैसे ही यह कैलेंडर भी इंटरनेशनल हैं। हमारे देश में भी अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग तरीके से नया साल मनाया जाता है। पश्चिम बंगाल में नये साल पर पिंक, रेड, पर्पल या वाइट ड्रेसेज पहनी जाती है। यहां की लड़कियां पीले रंग के कपड़े पहनना पसंद करती हैं, जो बसंत का द्योतक माना जाता है। केरल में मम्मी-पापा अपने बच्चों को एक सुंदर सी ट्रे में छोटे-छोटे गिफ्टस रखकर देती है।
कैलीफोर्निया, यूनाइटेड स्टेट आदि में एक जनवरी को परेड का आयोजन किया जाता है, जिसे रोज परेड कहा जाता है। इस परेड को वहां टीवी, रेडियो पर टेलीकास्ट भी किया जाता है और लाखों लोग इसे बड़े चाव से देखतें है।
न्यूयार्क मे एक क्रिस्टल बॉल को 31 दिसम्बर की रात ग्यारह बजकर उनसठ मिनट पर उछाला जाता है और यह बारह बजे वापस आती है। इस बॉल के वापस आने का इंतजार किया जाता है और जब यह वापस आ जाती है, तो शुरू हो जाता है न्यूयार्क का नया साल।
साउथ कोरिया में वहां की फेमस जगह 'जंग डोंग जिन' तक लोग ट्रेवल करते हैं क्योकि यहां से साल के पहले दिन उगते हुए सूरज को सबसे पहले देखा जा सकता है और इसे देखना कोरियन लोगों के अनुसार बहुत शुभ माना जाता है।
आस्ट्रेलिया का न्यू ईयर सेलिब्रेशन दुनिया का सबसे अच्छा सेलिब्रेशन कहा जाता है। इस दिन यहां के लोग सिडनी के हार्बर ब्रिज पर इकट्ठे होकर हजारों पटाखे चलातें है।
थाईलैंड में 13 अप्रैल से 15 अप्रैल तक नये साल का स्वागत किया जाता है। इनका न्यू ईयर सेलिब्रेट करने का तरीका भी बहुत अलग है। यहां के लोग इस दिन एक-दूसरे पर पानी डालतें है। कंबोडिया मे भी 13 से 15 अप्रैल तक यह सेलिब्रेशन होता है।
जर्मनी और इंग्लैंड में क्रिसमस के साथ ही न्यू ईयर भी स्टार्ट हो जाता है। इस तरह से 25 दिसम्बर को ही नये साल का वेलकम करते है।
यूके में लोग एडिनबर्ग नाम की एक जगह पर पार्टी के लिए इकट्ठे होते है। कुछ लोग फेमस हिल्स या कैसल्स आदि पर जाकर न्यू ईयर सेलिब्रेट करना पसंद करते है। नये दिन की शुरूआत होने पर टीवी और रेडियो पर ब्रॉडकास्ट करने के साथ ही सभी लोग एक ट्रेडिशनल सांन्ग गाते है।
स्पेन में लोग एक खास जगह 'ला पुअर्टा डेल सोल' में इकट्ठे होकर नये साल के शुरू होने का इंतजार करते है। सभी लोग टीवी पर रात के ग्यारह बजकर, उनसठ मिनट, अड़तालिस सेकंड पर उल्टी गिनती सुनते हुए हर एक सेकंड के लिए एक-एक ग्रीन अंगूर खाते है।
रोम में एक मार्च को नये साल की शुरूआत मानी जाती थी। एक जनवरी को नये साल की शुरूआत यहां जूलियस सीजर ने 46 बीसी में की थी।
फ्रांस के लोगों की मान्यता है कि नये साल को मरे हुए लोग, जो भूत बन जाते हैं, वे इस दिन जिंदा लोगों को मारने की कोशिश करते है। इस दिन ये इन भूतों को भगाने के लिए पूजा करते है। यहां नये साल की शुरूआत अक्तूबर माह में मानी जाती है।